चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में बैंक को 7,227 करोड़ रुपये का परिचालन लाभ हुआ, जबकि अप्रैल से सितंबर (पहली छमाही) में यह लाभ 14,308 करोड़ रुपये रहा.
सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्ति अनुपात सितंबर तक सुधरकर 1.24 प्रतिशत हो गया, जो तीन महीने पहले 1.40 प्रतिशत तथा पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 1.36 प्रतिशत था।
बैंक का चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में एकल आधार पर कर पश्चात लाभ 5.2 प्रतिशत बढ़कर 12,359 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 11,746 करोड़ रुपये था।
पारंपरिक रूप से पश्चिम एशियाई तेल पर निर्भर भारत ने फरवरी, 2022 में रूसी सेना के यूक्रेन पर आक्रमण के बाद रूस से अपने आयात में उल्लेखनीय वृद्धि की। पश्चिमी प्रतिबंधों और यूरोपीय मांग में कमी के कारण रूसी तेल भारी छूट पर उपलब्ध हो रहा है।
भारत की लॉजिस्टिक लागत दिसंबर तक घटकर नौ प्रतिशत हो जाएगी, जिससे भारत को और अधिक प्रतिस्पर्धी बनने में मदद मिलेगी। मुझे पूरा यकीन है कि इससे हमारे उद्योग को 100 प्रतिशत लाभ होगा। हमारे निर्यात और अधिक प्रतिस्पर्धी होंगे।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (एमओएफएसएल) के जिंस एवं मुद्रा विश्लेषक मानव मोदी ने कहा, ‘‘ सोने की शानदार तेजी, राजकोषीय अनिश्चितता और कमजोर डॉलर से लेकर केंद्रीय बैंकों द्वारा रणनीतिक विविधीकरण तक, व्यापक बदलावों के संगम को दर्शाती है। एशिया इस नए मौद्रिक संरेखण के केंद्र के रूप में उभर रहा है। ’’
नेस्ले इंडिया ने बृहस्पतिवार को शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि समीक्षाधीन तिमाही में राजस्व 11 प्रतिशत बढ़कर 5,630.23 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 5,074.76 करोड़ रुपये था। कुल खर्च 12.9 प्रतिशत बढ़कर 4,616.73 करोड़ रुपये रहा।
वित्त वर्ष 2025-26 की सितंबर तिमाही के दौरान बैंक की ब्याज आय 1,875 करोड़ रुपये पर स्थिर रही, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह 1,878 करोड़ रुपये थी।