आइरेडा, अडानी ग्रीन, केपीआइ ग्रीन, शक्ति पम्प्स और स्टर्लिंग एंड विल्सन जैसे स्टॉक्स में 3 से 8 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई. आइरेडा तो 52 सप्ताह के निचले स्तर पर पहुंच गया. हालांकि सुजलॉन जैसे कुछ स्टॉक्स में हलकी तेजी देखी गई. लेकिन पूरा सेक्टर पिछले कुछ दिनों से कमजोर बना हुआ है.
IndiGo की परिचालन समस्याओं और FDTL के नए नियमों के कारण 8 दिनों में InterGlobe Aviation का शेयर 17 फीसदी गिर गया. एयरलाइन को एक ही दिन में 1000 से ज्यादा फ्लाइटें रद्द करनी पड़ीं, जिससे यात्रियों और निवेशकों में चिंता बढ़ी. म्यूचुअल फंड्स की बड़ी हिस्सेदारी होने के बावजूद बाजार में बिकवाली तेज रही.
मिराए एसेट शेयरखान के जिंस प्रमुख प्रवीण सिंह ने कहा, ‘‘अमेरिकी फेडरल रिजर्व की 10 दिसंबर को नीतिगत बैठक के पहले हाजिर सोना में बहुत ज़्यादा उतार-चढ़ाव देखा गया। यह लगभग 0.20 प्रतिशत की बढ़त के साथ 4,210 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था।’’
सूत्रों के अनुसार, जहां सोमवार को कोलकाता हवाई अड्डे पर ‘इंडिगो’ की केवल दो उड़ानें रद्द हुईं, वहीं चेन्नई हवाई अड्डे पर आगमन और प्रस्थान मिलाकर रद्द उड़ानों की कुल संख्या 56 रही.
स्टीफन ने कहा, ‘‘हमारा अनुमान है कि आने वाले वर्ष में सोने की कीमत पांच प्रतिशत से 15 प्रतिशत तक बढ़ जाएगी, क्योंकि जिन कारणों ने इस साल कीमतों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है, उनके अगले वर्ष भी जारी रहने की संभावना है।’’
संकट के कारण घरेलू हवाई किराए में वृद्धि हुई। उदाहरण के लिए, दिल्ली-बेंगलुरु उड़ान के लिए सबसे सस्ता किराया 40,000 रुपये से ऊपर चला गया। सरकार ने छह दिसंबर को सभी एयरलाइन के लिए किराए की सीमा तय कर दी।
किदवई ने अपनी अपील में कहा कि परिचालन संबंधी बाधाओं के कारण इंडिगो की वर्तमान उड़ान बाधाओं, अप्रत्याशित मौसम और बढ़ती मांग के कारण विमानन क्षेत्र इस समय काफी दबाव का सामना कर रहा है।