एस1 प्रो प्लस (5.2 किलोवाट घंटा) कंपनी द्वारा स्वदेश में निर्मित 4680 भारत सेल बैटरी पैक द्वारा संचालित पहला उत्पाद है, जो अधिक रेंज, बेहतर प्रदर्शन और बढ़ी हुई सुरक्षा प्रदान करता है.
रिपोर्ट में पाया गया कि एआई की संभावनाओं में दृढ़ विश्वास के बावजूद इनमें निवेश का स्तर कम बना हुआ है. करीब 95 प्रतिशत कंपनियों का एआई और एमएल (मशीन लर्निंग) बजट, उनके कुल आईटी खर्च के 20 प्रतिशत से कम है.
जब उनसे पूछा गया कि कंपनी इस साल भारत से अपने निर्यात को कैसे देख रही है, तो उन्होंने कहा, ‘‘हम इस साल निर्यात में 25 प्रतिशत की बड़ी वृद्धि हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं।’’
क्षेत्र के विशेषज्ञों का मानना है कि धातुकर्म और औद्योगिक कोयले की मांग में मजबूती, विशेष रूप से इस्पात मिलों से, इस वर्ष बिजली क्षेत्र की खरीद में मौसमी कमजोरी को कम कर देगी।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 'मेक इन इंडिया' अभियान ने होम्योपैथिक दवा निर्माण में बड़े पैमाने पर आधुनिकीकरण को गति दी है और देश इस मामले में विश्व में अग्रणी बनने की ओर अग्रसर है.
कुल निवेशों में 2.94 लाख करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के निवेश सौदों पर 13 नवंबर को हस्ताक्षर किए गए। इसके अलावा 2.2 लाख करोड़ रुपये से अधिक के समझौतों को 14 नवंबर को अंतिम रूप दिया गया।
इंडिगो ने यह भी कहा कि वह मुंबई महानगर क्षेत्र के दूसरे हवाई अड्डे से अपने परिचालन का विस्तार करने की योजना बना रही है। इसमें समय के साथ और अधिक गंतव्यों को जोड़ा जाएगा।
इस साल की सूची में दुनिया की कुछ सबसे बड़ी और प्रभावशाली कंपनियों के प्रमुख सीएचआरओ शामिल हैं। इनमें लिसा बकिंघम (वायल्टो पार्टनर्स), मैथ्यू ब्रेइटफेल्डर (अपोलो ग्लोबल मैनेजमेंट), रॉबिन लियोपोल्ड (जेपी मॉर्गनचेज), क्रिस्टी पाम्बियांची (कैटरपिलर इंक.), त्रिशा कॉनली (ल्योंडेलबेसेल), मारल कजानजियान (मूडीज) और डोना मॉरिस (वॉलमार्ट) प्रमुख नाम हैं।